Lado Protsahan Yojana: देश में बालिकाओं को जन्म से ही आर्थिक सुरक्षा, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर भविष्य प्रदान करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा लाडो प्रोत्साहन योजना 2025 की शुरुआत की गई है। यह योजना खास तौर पर उन परिवारों के लिए है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपनी बेटियों की पढ़ाई तथा भविष्य की योजनाओं को लेकर चिंतित रहते हैं।
लाडो प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत सरकार बेटियों को जन्म से 21 वर्ष की आयु तक चरणबद्ध तरीके से लगभग ₹1.5 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। यह सहायता सीधे लाभार्थी बालिका के बैंक खाते में भेजी जाती है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है और किसी प्रकार की मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं होती।
लाडो प्रोत्साहन योजना क्या है
Lado Protsahan Yojana 2025 एक राष्ट्रीय स्तर की बालिका कल्याण योजना है, जिसे महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा लागू किया गया है। इस योजना का उद्देश्य बेटियों को जन्म से ही आर्थिक संबल देना और उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के समान अवसर उपलब्ध कराना है।
यह योजना “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान को मजबूत करने का कार्य करती है और समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करने में अहम भूमिका निभाती है।
योजना की प्रमुख विशेषताएं
लाडो प्रोत्साहन योजना की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें सहायता राशि एकमुश्त नहीं, बल्कि बालिका के जीवन के महत्वपूर्ण चरणों में दी जाती है।
- कुल सहायता राशि लगभग ₹1.45 से ₹1.50 लाख
- राशि का भुगतान सीधे बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से
- आवेदन की सुविधा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों में उपलब्ध
- शिक्षा के प्रत्येक प्रमुख पड़ाव पर प्रोत्साहन राशि
- आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों पर विशेष फोकस
सरकार का लक्ष्य है कि बेटियों की पढ़ाई किसी भी चरण में आर्थिक कारणों से न रुके।
योजना का उद्देश्य
लाडो प्रोत्साहन योजना के पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य समाज में व्याप्त उन धारणाओं को समाप्त करना है, जहां आज भी कई क्षेत्रों में बेटियों के जन्म को बोझ समझा जाता है।
इस योजना के माध्यम से सरकार:
- बेटियों को आर्थिक सुरक्षा देना चाहती है
- बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना चाहती है
- स्कूल छोड़ने (Dropout) की दर को कम करना चाहती है
- बेटियों के स्वास्थ्य, पोषण और आत्मनिर्भरता को मजबूत करना चाहती है
पात्रता मानदंड: किन्हें मिलेगा योजना का लाभ
लाडो प्रोत्साहन योजना का लाभ उन्हीं परिवारों को मिलेगा, जो निर्धारित पात्रता शर्तों को पूरा करते हैं:
- आवेदक परिवार भारत का स्थायी निवासी हो
- बालिका का जन्म अगस्त 2024 या उसके बाद हुआ हो
- परिवार आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से संबंधित हो
- अभिभावक सरकारी नौकरी में न हों
- परिवार आयकर दाता की श्रेणी में न आता हो
- बालिका का जन्म पंजीकरण अनिवार्य हो
पात्रता की पुष्टि के बाद ही योजना के तहत राशि जारी की जाती है।
चरणवार सहायता राशि का पूरा विवरण
लाडो प्रोत्साहन योजना में बालिका को अलग-अलग उम्र और शिक्षा के चरणों पर वित्तीय सहायता दी जाती है:
- जन्म के समय: ₹5,000
- पहली कक्षा में प्रवेश पर: ₹10,000
- छठी कक्षा में प्रवेश पर: ₹15,000
- दसवीं कक्षा में प्रवेश पर: ₹20,000
- बारहवीं कक्षा में प्रवेश पर: ₹25,000
- 21 वर्ष पूर्ण होने पर: ₹70,000
इस प्रकार कुल सहायता राशि लगभग ₹1.45 लाख तक पहुंच जाती है।
शिक्षा, स्वास्थ्य और भविष्य के लिए मजबूत आधार
यह योजना बेटियों के जीवन की हर महत्वपूर्ण जरूरत को ध्यान में रखकर बनाई गई है। इससे न केवल पढ़ाई का खर्च कम होता है, बल्कि स्वास्थ्य, पोषण और भविष्य की वित्तीय सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है।
21 वर्ष की आयु पर मिलने वाली अंतिम राशि बालिका के उच्च शिक्षण, स्वरोजगार या विवाह जैसे महत्वपूर्ण निर्णयों में सहायक सिद्ध होती है।
आवेदन प्रक्रिया: कैसे करें लाडो प्रोत्साहन योजना के लिए आवेदन
लाडो प्रोत्साहन योजना 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया सरल रखी गई है:
ऑनलाइन आवेदन
- आधिकारिक पोर्टल पर जाकर नया रजिस्ट्रेशन करें
- बालिका एवं अभिभावक की जानकारी भरें
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें
- आवेदन फॉर्म सबमिट करें
ऑफलाइन आवेदन
- नजदीकी महिला एवं बाल विकास कार्यालय जाएं
- या नजदीकी CSC केंद्र से सहायता लें
आवश्यक दस्तावेज
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक की कॉपी
निष्कर्ष
लाडो प्रोत्साहन योजना 2025 देश की बेटियों के लिए एक दूरदर्शी और प्रभावशाली सरकारी योजना है। यह योजना न सिर्फ आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि बेटियों को सम्मान, सुरक्षा और समान अवसर देने की दिशा में मजबूत कदम है।
यदि आपकी बेटी का जन्म अगस्त 2024 के बाद हुआ है और आपका परिवार पात्रता मानकों को पूरा करता है, तो लाडो प्रोत्साहन योजना में आवेदन कर बेटियों के उज्ज्वल और सुरक्षित भविष्य की नींव रखी जा सकती है।